अंजाना इश्क़ (प्रकरण-१) Suresh Pawar द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • You Are My Choice - 41

    श्रेया अपने दोनो हाथों से आकाश का हाथ कसके पकड़कर सो रही थी।...

  • Podcast mein Comedy

    1.       Carryminati podcastकैरी     तो कैसे है आप लोग चलो श...

  • जिंदगी के रंग हजार - 16

    कोई न कोई ऐसा ही कारनामा करता रहता था।और अटक लड़ाई मोल लेना उ...

  • I Hate Love - 7

     जानवी की भी अब उठ कर वहां से जाने की हिम्मत नहीं हो रही थी,...

  • मोमल : डायरी की गहराई - 48

    पिछले भाग में हम ने देखा कि लूना के कातिल पिता का किसी ने बह...

श्रेणी
शेयर करे

अंजाना इश्क़ (प्रकरण-१)



कुछ लोगो का मानना है कि जबतक किस्मत ना चाहे तबतक कुछ हासिल नही कर सकते। ऐसी ही एक कहानी रिधिमा और राहुल की।

रात का समय होता है, रिधिमा सोने की तैयारी कर रही होती है। वो पहली मंजिल पर भाड़े से रहती है। वो दूसरे शहेर से मुंबई में नौकरी करने आई होती है। वो फ्रेश होने अपने वॉशरूम में जाती है। तभी एक अंजान शख्स उसके बेडरूम में घुस जाता है और बेड के नीचे छुप जाता है। रिधिमा को इस बारे में पता नही होता। रिधिमा फ्रेश होकर अपने बेडरूम में जाती है और बेड पर सो जाती है। ५ मिनिट बाद वहा मकान मालिक आजाता है। वो दरवाजे की डोरबेल बजाता है। रिधिमा दरवाजा खोलती है तो सामने मकान मालिक होता है। वो मकान मालिक से इतनी रात को आने का कारण पूछती है। मकान मालिक बताता है कि कल सुबह वह गाँव जाने वाला है तो सुबह वह भाड़ा नही ले सकता और उसे पैसों की खूब आवश्यकता है। इसलिए वह इस समय यहाँ आया है। मकान मालिक वैसे स्वभाव का बहुत कठोर होता है। वह जरासी भी भूल या लापरवाही बरदास्त नही करता। इसी दबाव की वजह से रिधिमा उसे पैसे देकर उससे पीछा छुड़ाने का सोचती है। तभी बेड के नीचे छुपा अंजान शख्स को छीक आजाती है और मकान मालिक उसे देख लेता है। रिधिमा उसे देखकर चौक जाती है। मकान मालिक रिधिमा पर आरोप लगाता है कि उसकी गेरहाजरी में रिधिमा लड़को को कमरे में लाती है। रिधिमा डर सी जाती है। वो मकान मालिक को डर कर कहती है कि वह उस शख़्स को जानती नही है। वो शख्स भी कहने की कोशिश करता है लेकिन मकान मालिक उसे कुछ बोलने से ही पहले रोक देता है। मकान मालिक खुद कल्पना करके कहता है कि अब तुम दोनो कहोंगे कि एक दूसरे को जानते नही हो। पहली बार एक दूसरे से मिले हो। और रिधिमा तुम कहोगी कि ये बेड के नीचे कैसे और कब आया कुछ पता नही। देखो लाख बात की एक बात हर चोर पकड़े जाने के बाद यही कहता है कि वो चोर नही है। फ़िर रिधिमा पर गुस्सा हो कर कहता है कि रिधिमा जितनी तुम भोली दिखती हो उतनी हो नही। जब मैंने दरवाजा खटखटाया तभी तुमने इसे बेड के नीचे छुपा दिया होगा। रिधिमा मकान मालिक को समझाने की कोशिश करती है लेकिन मकान मालिक उसकी एक नही सुनता और रिधिमा को उसी वक़्त घर खाली करने के लिए बोलता है। अंजान शख्स फ़िर मकान मालिक को समझाने कि कोशिश करता है लेकिन मकान मालिक उसकी एक नही सुनता। रिधिमा मकान मालिक से बहुत निवेधन करती है कि वह उस अंजान शख्स को नही जानती। लेकिन मकान मालिक बहुत अडियल स्वभाव का होता है। वो रिधिमा की एक नही सुनता। वो ज़िद पर अड़ जाता है और रिधिमा को रूम खाली करने को कहता है। रिधिमा गुस्से से उस अंजान शख्स को देखती है। इतनी रात को रिधिमा को रूम खाली करना पड़ता है। आख़िर वो अंजान शख्स कौन होता है? वह क्यु रिधिमा के कमरे में घुसा होता है? जानते है अगले प्रकरण में।